UP Police Paper Leak

73 / 100

 UP Police Paper Leak 2024/क्या यूपी कांस्टेबल भर्ती का पेपर हो गया लीक?…read more

UP Police ka pepar hua leek
UP Police ka pepar hua leek

विशेष संवाददाता/पीटीआई, मेरठ: पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों का उपयोग करने की योजना बनाने के आरोप में एटा, बिजनौर और फिरोजाबाद से नकल माफिया गिरोह से जुड़े 21 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। एटा में 15 लोगों की गिरफ्तारी हुई। बिजनौर पुलिस ने फिंगर प्रिंट की जांच करते एक सॉल्वर को गिरफ्तार किया है। फिरोजाबाद में नकल माफिया गिरोह के चार गुर्गों को पकड़ा गया। बलिया में पुलिस भर्ती परीक्षा पास कराने की एवज में उम्मीदवारों से कथित रूप से रुपये लेते एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपी सलीम अंसारी से 8.99 लाख बरामद किए हैं। शामली में बायोमीट्रिक से पहचान न होने पर एक उम्मीदवार को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। शनिवार को हुई उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रमोशन बोर्ड की परीक्षा के मद्देनजर पूरे प्रदेश में पुलिस और स्थानीय प्रशासन सतर्क रहा।

News about UP Police Ka Hua Paper Leak

UP Police ka pepar hua leek
UP Police ka pepar hua leek

छात्राओं के जूड़े तक चेक किए गए
यूपी पुलिस सिपाही के 60,244 पदों के लिए भर्ती परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन दो पाली में परीक्षा हुई। मुजफ्फरनगर में 24, मेरठ में 35, बागपत में 28, सहारनपुर में 46 केंद्रों पर परीक्षा हुई। अन्य जिलों में भी परीक्षा कराई गई। सभी जिलों में काफी परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ भी दी। केंद्रों पर जैमर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कड़ी चेकिंग की गई। कई जगह छात्राओं के जूड़े तक चेक किए गए। सुरक्षा में पुलिस के साथ आरएएफ और पीएसी को भी लगाया गया है। एसटीएफ भी निगरानी करती रही। एडीजी मेरठ डीके ठाकुर और आईजी मेरठ नचिकेता झा पूरे दिन मॉनिटरिंग करते रहे। मेरठ में लखनऊ से रिटायर्ड आईजी आरके चतुर्वेदी के अलावा एसएसपी, आईजी, एसपी सिटी, एसपी देहात और एसपी ट्रैफिक ने मेरठ में 14 सेक्टर बनाकर नजर रखी। क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और सर्विलांस सेल की टीम ने भी सोशल मीडिया पर नजर रखी। अभ्यर्थियों की बायो मीट्रिक और फेस रीडर जांच की गई।

फिंगर प्रिंट की जांच के समय सॉल्वर गिरफ्तार
बिजनौर शहर के रूट्स इंटरनैशनल स्कूल के एग्जाम सेंटर पर पुलिस ने फिंगरप्रिंट की जांच करते समय एक सॉल्वर पकड़ लिया। आरोपी बिहार का रहने वाला है। बिजनौर के परीक्षार्थी की जगह वह परीक्षा देने आया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी अभिनव से पूछताछ की जा रही है। बिजनौर के आशीष की जगह परीक्षा देने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया। बिजनौर में 32 केंद्रों पर 16248 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। जिले को चार जोन और 11 सेक्टर में बांटा गया था।

फिरोजाबाद में पांच लाख रुपये में हुई थी डील

फिरोजाबाद जिला पुलिस, एसओजी‌ और सर्विलांस टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जी लोगों को परीक्षा दिलाने वाले सॉल्वर गिरोह के चार गुर्गों को कोड वर्ड में लिखे दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया है। ये पांच लाख रुपये लेकर उम्मीदवार की जगह फर्जी परीक्षार्थी से परीक्षा दिलाते थे। एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक गिरफ्तार सॉल्वर गिरोह का सरगना‌ हरिशंकर कंप्यूटर सेंटर संचालक है। उसके साथ रामनेश, अभिषेक यादव और नितिन यादव‌ भी थे। हरिशंकर ने अभिषेक और नितिन की जगह दूसरे परीक्षार्थी बैठने के लिए 5 -5 लाख में बात की थी। कुछ रुपये एडवांस भी दे दिए थे।

शामली में बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन नहीं मिला, अभ्यर्थी को जांच के बाद छोड़ा…
शामली में 11 केंद्रों पर यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा पहले दिन हुई। सभी केंद्रों को सीसीटीवी और जैमर भी लैस किया गया है। एसपी और डीएम ने भी परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। जिले को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है। सभी फोटो स्टेट और कोचिंग सेंटरों को तीन दिन बंद कराया गया। बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन के बाद ही अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश दिया गया। एक अभ्यर्थी का बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन नहीं होने से खलबली मच गई। अभ्यर्थी का नाम खादिम बताया गया। पूछताछ और जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी की परीक्षा रविवार को होनी है, लेकिन वह गलती से पहले दिन शनिवार को परीक्षा देने पहुंच गया था। इसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थी को छोड़ दिया।

मुजफ्फरनगर में रखी गई पैनी नजर….
मुजफ्फरनगर में 24 केंद्रों पर परीक्षा हुई। फ्लाइंग स्क्वॉड की टीम सक्रिय रही। जिला नोडल अधिकारी व पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिंह ने मुताबिक सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। सहारनपुर में 46 केंद्रों पर 45 हजार उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। बागपत जिले में 28 केंद्रों पर परीक्षा हुई। परीक्षा में कोई सेंधमारी नहीं कर सके, इसके लिए एसटीएफ की नजर रही। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र से दो सौ मीटर के दायरे में किसी भी व्यक्ति को नहीं जाने दिया गया। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की गई।

हाथरस में जाम में फंसे रहे लोग……..
हाथरस जिले में 19 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। सुबह से ही परीक्षा केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी लाइन लग गई थी। शहर में भारी वाहनों का प्रवेश बंद करा दिया गया। परीक्षा को लेकर रूट भी डायवर्ट किया गया था। फिर भी हाथरस शहर में भीषण जाम झेलना पड़ा। दरअसल हजारों की तादाद में परीक्षार्थी और उनके अभिभावक शहर में आए हुए थे। परीक्षा छूटने के वक्त ज्यादा जाम लगा। ऐंबुलेंस और रोडवेज बसें जाम में फंसी रहीं।

यूपी कांस्टेबल भर्ती 2024 का पेपर लीक:

उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,244 कांस्टेबल पदों की भर्ती के लिए 17 और 18 फरवरी को परीक्षा का आयोजित कराई गई। इस परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर लीक होने का दावा किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 60,244 पदों पर सिपाही (यूपी पुलिस कांस्टेबल) की भर्ती निकाली है। इसके लिए 17 और 18 फरवरी को परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा में तकरीबन 48 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। इस बीच सोशल मीडिया पर पेपर के कुछ स्क्रीनशॉट्स वायरल हो रहे हैं, जिनकों लेकर दावा किया जा रहा है कि यह 17 फरवरी को दूसरी शिफ्ट में आयोजित हुए यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर है, जो लीक हो गया है। इन दावों को लेकर यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड (यूपीपीआरबी) का बयान आया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरबी) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि यूपी कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक होने की खबरें अफवाह हैं। बोर्ड ने कहा, ‘प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है। बोर्ड और यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रही है। परीक्षा सुरक्षित एवं सुचारू रूप दी गई।’

हालांकि, पुलिस ने बलिया से परीक्षा में धांधली करने के आरोप में नकल गिरोह के 11 सदस्यों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है, जबकि एक अन्य मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में कांस्टेबल है। बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने रविवार को बताया कि पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया।

दूसरे की जगह दे रहे थे परीक्षा वर्मा का दावा है कि वे पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धांधली की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया अभय कुमार श्रीवास्तव सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है जबकि फतेहबहादुर राजभर मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में सिपाही है. उनके अनुसार पुलिस ने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया, जो दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे. गोंडा जिले में पुलिस ने बिहार के नालंदा जिले के एक व्यक्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी करने के आरोप में पिछले दो दिनों में पूरे उत्तर प्रदेश में 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा था कि गिरफ्तार किए गए कुल 122 लोगों में से 15 एटा, 9-9 मऊ, प्रयागराज और सिद्धार्थनगर, आठ गाजीपुर, सात आज़मगढ़, छह गोरखपुर और पांच जौनपुर के रहने वाले हैं.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now    

Leave a comment